Maximum power Transfer Theorem

Maximum Power Transfer Theorem 


  अधिकतम शक्ति स्थानांतरण प्रमेय को निम्नवत् व्यक्त किया जा सकता है ।

           किसी active network में संयोजित लोड को अधिकतम शक्ति उस स्थिति में transfer होती है यदि लोड प्रतिबाधा , नेटवर्क के लोड टर्मिनलों से नैटवर्क को देखने पर नैटवर्क की तुल्य प्रतिबाधा का complex conjugate होती है ध्यान दें कि उक्त परिभाषा ac networks तथा dc networks दोनों पर लागू की जा सकती है । किन्तु dc networks में complex impedance  concept नही होता है

  अतः maximum power transfer theorem को अधिक सरल रूप में निम्नवत् व्यक्त किया जा सकता है

 " यदि किसी नैटवर्क को थैवेनाइज्ड ( Thevenized ) कर दिया जाये , अर्थात् उसको थैवेनिन तुल्य परिपथ के रूप में रखा जाये ( अर्थात् एक स्रोत वोल्टेज V , तथा एक श्रेणी स्त्रोत प्रतिरोध R , के रूप में ) , तो नेटवर्क के आउटपुट टर्मिनलों पर लगे लोड को अधिकतम पाॅवर तब deliver होती है , जब लोड प्रतिरोध का मान तुल्य स्रोत प्रतिरोध के बराबर होता है । " यदि और सरल शब्दों में व्यक्त किया जाये तो " किसी नैटवर्क में लगे लोड प्रतिरोध को अधिकतम शक्ति तब प्राप्त होती है , जब उसका मान स्रोत प्रतिरोध के तुल्य होता है अर्थात्             
                                       RL=Rs

  अतः इस condition पर किसी परिपथ में अधिकतम पाॅवर                                                      
                       Pmax=(Vs)2
                                     4RL

       

                                  

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