kirchhoff's first law *किरचॉफ का प्रथम नियम ( किरचॉफ का धारा संबन्धी नियम )
किरचाफ का नियम ( Kirchhoff's Laws )
विद्युत सम्बन्धी जटिल परिपथ को हल करने के लिए किरचॉफ के नियमों का प्रयोग किया जाता है । किरचॉफ ( Gustav Robertkirchhoft's 1824-1887 ) ने ओम के नियम का विस्तार कर दो नियम बनाए । जिन्हें क्रमश : किरचॉफ के प्रथम एवं द्वितीय नियम के द्वारा जाना जाता है जो निम्नवत् है ।
किरचॉफ का प्रथम नियम ( किरचॉफ का धारा संबन्धी नियम ) ( Kirchhoff's First Law ) -
- किसी भी विद्युत परिपक्ष के किसी नोड ( junction ) पर मिलने वाली समस्त धाराओं का बीजीय योग शून्य होता है ।
-
"The algebre sum of all currents meeting at any juction ( node ) in zero " . इस नियम को किरचॉफ का प्रथम नियम अथवा किरचॉफ का धारा संबन्धी ( KCL ) नियम भी कहते हैं

Kirchhoff's First Law - किसी भी नोट की तरफ आने वाली धाराओं का बीजगणितीय योग उस नोट से दूर जाने वाली धाराओं के बीजगणितीय योग के बराबर होता है।अर्थात

Post a Comment